TRIVENI

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
4.5
2ଟି ସମୀକ୍ଷା
ଇବୁକ୍
72
ପୃଷ୍ଠାଗୁଡ଼ିକ
ରେଟିଂ ଓ ସମୀକ୍ଷାଗୁଡ଼ିକୁ ଯାଞ୍ଚ କରାଯାଇନାହିଁ  ଅଧିକ ଜାଣନ୍ତୁ

ଏହି ଇବୁକ୍ ବିଷୟରେ

गुलजारांचे बावनकशी त्रिवेणीकाव्य,त्याची नजाकत याचे शान्ताबाईंची मराठीत उतरवलेले अपूर्व शब्दशिल्प."त्रिवेणी'' हा गुलजारांनीच निर्माण केलेला कवितेचा नवा आकृतिबंध. कोणत्याही भारतीय भाषांतील कवितेत हा रचनाबंध नाही. ही त्यांची कवितेला देणगीच! या अल्पाक्षरी कवितेत पहिल्या दोन कवितापंक्तींचाच गंगायमुनेप्रमाणे संगम होऊन कविता पूर्ण होते. मात्र या दोन प्रवाहांखालून जी सरस्वती गुप्तपणे वाहते. ती ते अधोरेखित करतात, तिसर्या काव्यपंक्तीने. गुलजारांच्या कवितेतून प्रामुख्यानं भिडते ती त्यांच्या अंतरातील "खामोशी''. या "खामोशी''चं अंगभूत सामर्थ्य असं, की ती त्यांच्या अनुभूतींतूनच पूर्णत्वानं व्यक्त होते; त्यांची कविता यामुळेच मिताक्षरी व तरल आहे. कधी ती प्रिय व्यक्तीच्या हरवण्यानं व्याकूळ असते, तर कधी सामाजिक विसंगतींची खंत करते. सोबत असतं समृद्ध आकलनातून येणारं भाष्य आणि जगण्यातलं निखळ सत्य!

 

ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ ଓ ସମୀକ୍ଷା

4.5
2ଟି ସମୀକ୍ଷା

ଲେଖକଙ୍କ ବିଷୟରେ

 

ଏହି ଇବୁକ୍‍କୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ

ଆପଣ କଣ ଭାବୁଛନ୍ତି ତାହା ଆମକୁ ଜଣାନ୍ତୁ।

ପଢ଼ିବା ପାଇଁ ତଥ୍ୟ

ସ୍ମାର୍ଟଫୋନ ଓ ଟାବଲେଟ
Google Play Books ଆପ୍କୁ, AndroidiPad/iPhone ପାଇଁ ଇନଷ୍ଟଲ୍ କରନ୍ତୁ। ଏହା ସ୍ଵଚାଳିତ ଭାବେ ଆପଣଙ୍କ ଆକାଉଣ୍ଟରେ ସିଙ୍କ ହୋ‍ଇଯିବ ଏବଂ ଆପଣ ଯେଉଁଠି ଥାଆନ୍ତୁ ନା କାହିଁକି ଆନଲାଇନ୍ କିମ୍ବା ଅଫଲାଇନ୍‍ରେ ପଢ଼ିବା ପାଇଁ ଅନୁମତି ଦେବ।
ଲାପଟପ ଓ କମ୍ପ୍ୟୁଟର
ନିଜର କମ୍ପ୍ୟୁଟର୍‍ରେ ଥିବା ୱେବ୍ ବ୍ରାଉଜର୍‍କୁ ବ୍ୟବହାର କରି Google Playରୁ କିଣିଥିବା ଅଡିଓବୁକ୍‍କୁ ଆପଣ ଶୁଣିପାରିବେ।
ଇ-ରିଡର୍ ଓ ଅନ୍ୟ ଡିଭାଇସ୍‍ଗୁଡ଼ିକ
Kobo eReaders ପରି e-ink ଡିଭାଇସଗୁଡ଼ିକରେ ପଢ଼ିବା ପାଇଁ, ଆପଣଙ୍କୁ ଏକ ଫାଇଲ ଡାଉନଲୋଡ କରି ଏହାକୁ ଆପଣଙ୍କ ଡିଭାଇସକୁ ଟ୍ରାନ୍ସଫର କରିବାକୁ ହେବ। ସମର୍ଥିତ eReadersକୁ ଫାଇଲଗୁଡ଼ିକ ଟ୍ରାନ୍ସଫର କରିବା ପାଇଁ ସହାୟତା କେନ୍ଦ୍ରରେ ଥିବା ସବିଶେଷ ନିର୍ଦ୍ଦେଶାବଳୀକୁ ଅନୁସରଣ କରନ୍ତୁ।