डॉ. श्रीमती सुषमा दिवाकर का जन्म अजमेर में हुआ था। आपने अजमेर की सावित्री महाविद्यालय से स्नातक की शिक्षा ग्रहण की। आपका विवाह श्री आनन्द किशोर दिवाकर (एस.एस.ओ.आर.एस.आर.टी.सी) से हुआ। आपके पति भी ज्योतिष के अच्छे जानकार थे। आपने वर्ष 1983 से ज्योतिष का कार्य आरम्भ किया। आपने डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है। आपके शोध व आपकी रचनाएँ समय-समय पर दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित होते रहे हैं। आपने राजस्थान सहित पूरे भारत वर्ष व नेपाल में विभिन्न स्थानों पर आयोजित ज्योतिष सेमिनार संगोष्ठी आदि में हिस्सा लिया। आपके द्वारा ज्योतिष में किये कार्यों के लिए आपको ज्योतिष रत्न, ज्योतिष चन्द्रिका, ज्योतिष मार्तण्ड, ज्योतिष भास्कर, ज्योतिष शिरोमणि, ज्योतिष भूषण, ज्योतिष रत्नाकर, ज्योतिष वराह सहित कई अवार्ड व सम्मान प्राप्त हो चुके है। आपके अथक प्रयासों से अजमेर में वर्ष 2000 के बाद से कई ज्योतिष कार्यशाला, हस्तरेखा शिविर के आयोजन भी किये जा चुके हैं, जिसमें अजमेर सहित आसपास के क्षेत्रों के कई जातकों ने लाभ प्राप्त किया। आपके द्वारा ज्योतिष में शिक्षित आपके शिष्य आज आपका नाम रोशन कर रहे हैं। आपने डॉ. तृप्ति जैन से Past Life Regressin Therapy का भी ज्ञान प्राप्त किया है। आप ज्योतिष के साथ-साथ सनातन संस्कृति की भी अच्छी जानकार हैं तथा आपकी धार्मिक गीतों से संबंधित एक पुस्तक ‘आओ रात जगाएँ देव मनाएँ’ प्रकाशित हो चुकी है।