Cultivate a culture of education as characters embark on a journey to promote learning, knowledge, and enlightenment.‘शिक्षा की संस्कृति’ भारतीय शिक्षा परंपरा से जुड़ी महत्वपूर्ण कृति है। इसमें शिक्षा और संस्कृति के परस्पर संबंधों पर चिंतन और मनन है। श्री कलराज मिश्र ने विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों को भारतीय समावर्तन संस्कार की आधुनिक दृष्ट बताते हुए शिक्षा से जुड़े उदात्त जीवन-मूल्यों पर भी इसमें गहराई से विचार किया है। शिक्षा की पूर्णता पर शिक्षण संस्थानों में होनेवाले दीक्षांत समारोहों से जुड़े शिक्षा-संस्कृति पर्व के संदर्भ में पुस्तक में बहुआयामी आलेख हैं। लेखक ने शिक्षा को ज्ञान की कुंजी बताते हुए यह स्थापित किया है कि यही वह मार्ग है, जिससे व्यक्ति शीर्ष पर पहुँच सकता है। पुस्तक में शिक्षा-संस्कृति के भारतीय चिंतन पर भी विशद सामग्री है। शिक्षा की सार्थकता के साथ ही ज्ञान, विज्ञान और दर्शन के माध्यम से व्यक्तित्व संस्कार से जुड़ी शिक्षा की संस्कृति पर गहराई से विचार किया गया है।