इस पुस्तक में अत्यंत सरल व सहज शैली में संस्कृत सीखने की विधि बतलाई गई है। किसी भी भाषा के स्वरूप को समझने के लिए व्याकरण आधार स्तंभ होता है। संस्कृत व्याकरण के नियम पूर्णतः वैज्ञानिक और सरल है ।
इस पुस्तक में संस्कृत संभाषण हेतु आवश्यक संस्कृत व्याकरण का रोचक वर्णन है। संस्कृत शब्द निर्माण , प्रमुख शब्द रूप एवं धातु रूपों का वर्णन किया गया है। विभक्ति परिचय, अव्यय ,उपसर्ग एवं प्रत्यय के साथ-साथ संस्कृत में संख्या एवं समय ज्ञान का वर्णन किया गया है। दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाले संस्कृत लोकोक्तियों एवं मुहावरों का अर्थ सहित वर्णन है।संस्कृत संभाषण हेतु आवश्यक फलों, सब्जियों ,फूलों ,पशु- पक्षियों ,दिनों एवं महीनों के संस्कृत में नाम इत्यादि का विस्तृत वर्णन है। विलोम व पर्याय शब्दों के साथ दिनचर्या एवं आत्म परिचय का भली - भांति विवरण दिया गया है, जो कि छात्र हित में उपयोगी है।
अपनी प्रस्तुति के कारण यह संस्कृत व्याकरण की एक व्यावहारिक पुस्तक सिद्ध होती है