Shyam: Bhagwat ka Sacharitra Punarkathan

· Manjul Publishing
3.7
3 reviews
Ebook
306
Pages
Ratings and reviews aren’t verified  Learn More

About this ebook

भागवत कृष्ण की कथा है और वे सभी उन्हें श्याम के रूप में जानते हैं जिन्होंने उनके श्यामल वर्ण सौंदर्य, प्रज्ञा व प्रेम को पाया है। यह रामायाण व महाभारत के बाद तीसरा महान हिंदू महाकाव्य है।

यद्यपि इसका कथानक, हज़ारों वर्षों के दौरान कई अंशों में रचा गया - पहले हरिवंश में और फिर भागवत पुराण और अंतत: विविध प्रांतीय भाषाओं में संत-कवियों के प्रेममयी गीतों ने इसे इसका रूप प्रदान किया।यह पुस्तक कृष्ण के जन्म से ले कर उनकी मृत्यु तक का ताना-बाना बुनती है, जिसमें उनके प्रसन्नचित्त स्त्रियों और माखन से ओत-प्रोत जीवन में अवतरण से ले कर, क्रोधित पुरुषों से रक्त रंजित जगत में आरोहण शामिल है।


Ratings and reviews

3.7
3 reviews

About the author

देवदत्त पटनयायक आधुनिक युग में पौराणिकता की प्रासंगिकता पर लिखते हैं, चित्रांकन करते हैं व व्याख्यान देते हैं। वे 1996 से अब तक 30 से अधिक पुस्तकें व 600 से अधिक स्तंभ लिख चुके हैं कि किस प्रकार कहानियाँ, प्रतीक व अनुष्ठान संसार भर में प्राचीन व आधुनिक संस्कृतियों के मिथक रचते हैं। उनकी लिखी प्रमुख पुस्तकों में शामिल हैं: द बुक ऑफ़ राम, जय: एन इलस्ट्रेटिड रीटेलिंग ऑफ़ महाभारत, द गर्ल हू चोज़ और देवलोक विद देवदत्त पटनायक श्रंखला। वे विभिन्न संस्थाओं को नेतृत्व व प्रशासन से जुड़े परामर्श देते हैं। इसके अतिरिक्त वे टी.वी. चैनलों पर पौराणिक धारावाहिकों से भी जुडे़ हैं। उनके टी.वी. कार्यक्रमों में सीएनबीसी-टीवी 18 पर बिज़नेस सूत्र व एपिक टी.वी. पर देवलोक शामिल हैं। अधिक जानकारी के लिए www.devdutt.com पर संपर्क करें।

Rate this ebook

Tell us what you think.

Reading information

Smartphones and tablets
Install the Google Play Books app for Android and iPad/iPhone. It syncs automatically with your account and allows you to read online or offline wherever you are.
Laptops and computers
You can listen to audiobooks purchased on Google Play using your computer's web browser.
eReaders and other devices
To read on e-ink devices like Kobo eReaders, you'll need to download a file and transfer it to your device. Follow the detailed Help Center instructions to transfer the files to supported eReaders.